लोकप्रिय भारतीय अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर भगवद गीता के एक उद्धरण के साथ एक नई तस्वीर साझा की. उनकी पोस्ट बॉक्स ऑफिस पर उनकी हालिया फिल्म शाकुंतलम की विफलता के मद्देनजर आई थी.
गुनशेखर द्वारा निर्देशित और तमिल और हिंदी में भी डब की गई एक पौराणिक तेलुगु ड्रामा फिल्म ने अपने शुरुआती सप्ताहांत में दुनिया भर में ₹10 करोड़ से कम की कमाई की. केवल कर्म करो उसके फल के लिए कभी नहीं.
कर्म के फल को अपना उद्देश्य मत बनने दो और न ही तुम्हारी आसक्ति अकर्मण्यता में हो. यह उद्धरण किसी के कार्यों के परिणामों से अलग होने की अवधारणा पर प्रकाश डालता है परिणाम से जुड़े बिना जो सही है उसे करने के महत्व पर बल देता है.
सामंथा के पोस्ट का समय और इस विशेष उद्धरण की पसंद से पता चलता है कि वह बॉक्स ऑफिस पर शाकुंतलम की असफलता कि बारे में ज्यादा चिंतित नहीं है. अपनी सबसे बड़ी असफलताओं में से एक होने के बावजूद ऐसा लगता है कि सामंथा ने झटके को धीरे से लिया है और परिणाम के बजाय प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना चुन रही है.
ट्रेड एनालिस्ट त्रिनाथ ने शकुंतलम के खराब प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि फिल्म को पहले show से ही खारिज कर दिया गया था. और उसके बाद ठीक होने में विफल रहे.
उन्होंने यह भी कहा कि सामंथा की फिल्मों में आम तौर पर अच्छी ओपनिंग होती है और शकुंतलम की असफलता अप्रत्याशित थी. हालाँकि सामंथा की पोस्ट और गीता के उद्धरण की उनकी पसंद से पता चलता है कि वह स्थिति को प्रगति में ले रही है और अपने काम के परिणाम से अलग है.
सामंथा रुथ प्रभु को तेलुगु और तमिल सिनेमा में उनके काम के लिए जाना जाता है और उन्होंने इसके लिए कई पुरस्कार जीते हैं. उसके प्रदर्शन.
उनकी हालिया पोस्ट और शाकुंतलम की असफलता के प्रति उनके रवैये से पता चलता है कि वह एक विचारशील और आत्मनिरीक्षण करने वाली अभिनेत्री हैं जो अपने काम की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करती हैं न कि इसके परिणाम पर.